कितनी बड़ी ऊंचाई है कुतुबमीनार
चार सौ सीढ़ियों की ऊंचाई !
कहते हैं
वह एक गुलाम था
जिसने इस ऊंचाई का निर्माण किया
शायद जितनी गहरी होती है गुलामी
उतनी ही बड़ी ऊंचाई का ख्वाब है क़ुतुब मीनार !
यह जो आसमान की तरफ़
बेहद ऊंचाई तक उठा हुआ है हाथ -
एक तनी हुई , बंधी हुई , कसी हुई मुट्ठी के साथ
इसमें एक झंडा भी तो हो सकता था !
गुलाम के पास कोई झंडा क्यों नहीं था ?
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