साथ-साथ

Thursday, February 25, 2010

मर्ज हुआ ऐसा हुआ

ऐसी उठापटक है, ऐसा कौवा - कांव.
नौका में जल भर गया पानी में है नाव..

जर्जर नौका पर चले महगाई की धार.
बीच भंवर में काम क्या आएगी पतवार..

आपस में चलती रही फूट फूट औ फूट.
डाकू- चोर मिले रहे लूट लूट औ लूट ..

बिन बरसे बादल गए, गए महीनों- साल.
देश तरक्की कर गया अभी आप बेहाल..

मर्ज हुआ ऐसा हुआ, जिसके सभी मरीज.
डाक्टर भी बीमार है, घर बैठे तू खीझ ..

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